International Labour Day 2024: 1 मई को ही क्यों मनाते हैं मजदूर दिवस?
इस दिन की शुरुआत 19 वीं शताब्दी के आसपास अमेरिका में एक संघ आंदोलन के रूप में हुई थी। मार्क्सवादी इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस द्वारा एक प्रस्ताव अपनाया गया जिसमें श्रमिकों से 8 घंटे से अधिक काम न लेने की मांग की गई और तब से यह एक कार्यक्रम बन गया और 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मजदूर दिवस का इतिहास : Labour Day
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labour Day) हर साल 1 मई को मनाया जाता है। मजदूर दिवस पहली बार 1889 में मनाने का फैसला लिया गया। हालांकि इसकी शुरुआत 1886 से ही हो गई थी। इसे मनाने की आवाज अमेरिका के शिकागो शहर में बुलंद हुई, जब मजदूर सड़क पर उतर आए ।
मजदूरों की कार्य अवधि कम करने की मांग
घटना के तीन साल बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें तय किया गया कि हर मजदूर की प्रतिदिन का कार्य अवधि 8 घंटे ही होगी। वहीं एक मई को मजदूर दिवस (Labour Day) के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया। बाद में अमेरिकी मजदूरों की तरह ही दूसरे देशों में भी श्रमिकों के लिए 8 घंटे काम करने का नियम लागू कर दिया गया।