कौन हैं मध्यप्रदेश के नये मुख्यमंत्री? | Mohan Yadav
उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री चुने गए हैं। सोमवार को हुई विधायक मंडल की बैठक में सर्वसम्मति डॉ. यादव को विधायक दल का नेता चुना गया। मध्य प्रदेश के नए सीएम डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में यह मुकाम हासिल की है। मध्य प्रदेश में दो डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे। वहीं, पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है।
मोहन यादव (Mohan Yadav) को संघ का करीबी बताया जाता हैं। जानकारी के मुताबिक, विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने खुद मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। मोहन यादव (Mohan Yadav) ने माधव साइंस कॉलेज से पढ़ाई की हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रह चुके हैं। 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव चुने गए थे।
वे भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य रह चुके हैं। मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। 2013 और 2018 के बाद 2023 में भी वह उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कमलनाथ के चेहरे पर लड़ रही कांग्रेस महज 66 सीटों पर सिमट गई।
मोहन यादव (Mohan Yadav) का जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ था। उनका जन्म उज्जैन में हुआ था। उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव हैं। मोहन यादव के पास बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए और पीएचडी सहित कई शैक्षणिक डिग्रियां हैं। मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं।
छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले डा. मोहन यादव (Mohan Yadav) बीजेपी के स्थापित नेता हैं। उज्जैन संभाग के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) को मंत्री पद तक पहुंचने के लिए 41 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा था अब उन्हें एमपी का मुख्यमंत्री बनाया गया है।
माधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले डा. मोहन यादव (Mohan Yadav) पार्टी में कई पदों पर रहने के बाद उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला है। कई बार अपने बयानों को लेकर प्रदेश की राजनीति में चर्चा में रहे डा. यादव वर्ष 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं।
मोहन यादव शिक्षा (Mohan Yadav Education)
मोहन यादव (Mohan Yadav) का शैक्षिक योग्यता सैलानी है, उन्होंने अपनी पढ़ाई बी.एस.सी., एल-एल.बी., एम.ए. (राज. विज्ञान), एम.बी.ए., और पी.एच.डी. की डिग्री के साथ पूरी की है। उनका व्यवसाय अभिभाषक, व्यापार, और कृषि से जुड़ा हुआ है। मोहन यादव (Mohan Yadav) की अभिरुचियाँ पर्यटन, संस्कृति, इतिहास, विज्ञान, और खेल में हैं, जो उनके व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन को एक मिलनसर दिशा देती हैं। वे एक सफल नेता और शिक्षाविद् हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में अपनी प्राथमिकता को समर्पित किया है और मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।
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मोहन यादव राजनैतिक कैरियर (Mohan Yadav Career)
उन्होंने वर्ष 1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उज्जैन नगर मंत्री के रूप में भी सेवा की और 1986 में विभाग प्रमुख बने। यही नहीं वर्ष 1988 में वे एबीवीपी मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री बने। सन् 1991-92 में, उन्होंने परिषद के राष्ट्रीय मंत्री का कार्यभार संभाला।
1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस), उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं। संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने।
उन्होंने अपने सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्षेत्र में भी योगदान किया है, और उन्हें महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया है। डॉ. मोहन यादव ने पहली बार 2013 में उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने थे। 2018 में मध्य प्रदेश विधायक सभा चुनावों में फिर से चुनकर उन्होंने उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने। उन्होंने अपने लोकप्रियता और सेवा के लिए कई प्रमाणपत्र और पुरस्कार प्राप्त किए हैं, और 2 जुलाई, 2020 को मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। और अब 2023, मे वे मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री की शपथ लेंगे।
विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद, मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा, “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व के लिए आपका साथ देने का आभार है। मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को इस महत्वपूर्ण जवाबदारी के लिए चुना जाने पर गर्व है। आपके प्यार और सहयोग के साथ, मैं अपनी जिम्मेदारियों का पूरा निर्वाह करने का प्रयास करूंगा।”
यह आवाजनापूर्ण है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में सीटें जीती हैं और इससे पार्टी के लिए एक मजबूत प्राधिकृत्य हासिल की है। इससे यह साबित होता है कि मोहन यादव की नेतृत्व में कुशलता से राज्य का प्रशासन किया जा सकेगा।