Yogini Ekadashi 2025: व्रत की तिथि, कथा और पूजा विधि

Ishwar Chand
3 Min Read

वर्ष 2025 में योगिनी एकादशी व्रत शनिवार, 21 जून को मनाया जाएगा। यह व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ता है।

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Yogini Ekadashi 2025: व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारंभ: 21 जून 2025 को सुबह 07:18 बजे
एकादशी तिथि समाप्त: 22 जून 2025 को सुबह 04:27 बजे
व्रत पारण समय: 22 जून को प्रातः 05:16 बजे से 08:19 बजे तक शुभ माना गया है।

Yogini Ekadashi 2025: पौराणिक कथा

पुराणों के अनुसार, अलकापुरी नामक नगर में कुबेर नामक राजा का एक माली हेम नाम का सेवक था। वह हर दिन भगवान शिव को फूल चढ़ाने जाता था। एक दिन वह अपनी पत्नी के मोह में पड़कर ड्यूटी भूल गया। कुबेर ने उसे श्राप दे दिया कि वह कोढ़ी बनकर संसार में भटकेगा।

हेम माली को श्राप के कारण भयंकर पीड़ा हुई। एक दिन उसने मुनि मार्कंडेय से अपनी स्थिति बताई। मुनि ने उसे योगिनी एकादशी का व्रत करने की सलाह दी। उसने विधिपूर्वक व्रत किया और सभी पापों से मुक्त हो गया।

Yogini Ekadashi 2025: पूजा विधि

  • स्नान एवं संकल्प: ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
  • भगवान विष्णु की पूजा: पीले पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य से पूजन करें।
  • उपवास: फलाहार करें या निर्जला व्रत रखें। अन्न और मसालों से परहेज करें।
  • कथा श्रवण व भजन: योगिनी एकादशी कथा पढ़ें, भजन कीर्तन करें।
  • पारण: द्वादशी के दिन ब्राह्मण को भोजन कराकर व्रत समाप्त करें।
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Yogini Ekadashi 2025: धार्मिक महत्व

  • यह व्रत 88,000 ब्राह्मणों को भोजन कराने जितना पुण्य देता है।
  • यह आत्मा को पवित्र करता है और पूर्व जन्म के पापों से मुक्ति दिलाता है।
  • पद्म पुराण के अनुसार, यह व्रत स्वास्थ्य, सौंदर्य, शांति और मोक्ष प्रदान करता है।
  • व्रती को अकाल मृत्यु और रोगों से छुटकारा मिलता है।

Yogini Ekadashi 2025: व्रत करने के लाभ

  • सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है
  • सुंदरता और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है
  • मोक्ष की प्राप्ति और जन्म-मरण से छुटकारा मिलता है
  • घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है

निष्कर्ष

योगिनी एकादशी व्रत न केवल धर्मिक दृष्टिकोण से पवित्र है, बल्कि यह मानसिक, शारीरिक और आत्मिक शुद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस दिन भगवान विष्णु की भक्ति करके हम अपने जीवन में शुभता, सफलता और शांति का अनुभव कर सकते हैं। यदि आप अपने पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति चाहते हैं, तो योगिनी एकादशी व्रत अवश्य करें।

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